लघुकथा
लघुकथा : 1 शर्ट देविदास का छोटा सा चार बाय आठ सलून सेंटर है । शहर के अच्छे इलाके में बहुत ही छोटी सी दुकान । इस इलाके के ज्यादातर लोग एसी दुकान में बाल कटवाते थे । परंतु उस नगर के बुढे बुजुर्ग और इक्का दुक्का अधेड उम्र के पुरुषों के बल पर उसकी दुकान चलती है। दुकान में उसके अलावा दो लोग मुश्किल से खडे हो पाते है । ग्राहक को कुर्सी पर बिठाने के लिए वह कुर्सी को दरवाजे की ओर घुमाता और फिर आईने की ओर घुमाते हुए कहता ,' कहिए ' । पचास पचपन साल का देविदास नील से भिगोये गये सफेद कपडे पहनता । हमेशा सिगारेट पीने से उसके ओंठ काले हो गये थे । जैसे ही खाली समय मिलता सामने पान के ठेले पर पहुँचकर दो कश मारता और दुकान के सामने इधर उधर देखते ग्राहक को देखकर मुस्कुराते हुए उसकी ओर दौडता । ज...